The smart Trick of Shodashi That Nobody is Discussing
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The working day is observed with good reverence, as followers pay a visit to temples, provide prayers, and get involved in communal worship functions like darshans and jagratas.
अष्टैश्वर्यप्रदामम्बामष्टदिक्पालसेविताम् ।
A novel element of the temple is the fact souls from any religion can and do give puja to Sri Maa. Uniquely, the temple administration comprises a board of devotees from various religions and cultures.
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari ashtottarshatnam
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥८॥
ह्रींमन्त्राराध्यदेवीं श्रुतिशतशिखरैर्मृग्यमाणां मृगाक्षीम् ।
पुष्पाधिवास विधि – प्राण प्रतिष्ठा विधि
देवस्नपन दक्षिण वेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी पञ्चरत्न स्तोत्रं ॥
कामेश्यादिभिराज्ञयैव ललिता-देव्याः समुद्भासितं
॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी अपराध क्षमापण स्तोत्रं ॥
यस्याः शक्तिप्ररोहादविरलममृतं विन्दते योगिवृन्दं
तिथि — read more किसी भी मास की अष्टमी, पूर्णिमा और नवमी का दिवस भी इसके लिए श्रेष्ठ कहा गया है जो व्यक्ति इन दिनों में भी इस साधना को सम्पन्न नहीं कर सके, वह व्यक्ति किसी भी शुक्रवार को यह साधना सम्पन्न कर सकते है।
॥ अथ त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः ॥